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बिहार बोर्ड छात्रों के लिए एक जरूरी सूचना। सभी छात्र एग्जाम देने से पहले, इस बात का खयाल जरूर रखे।

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बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर परीक्षा का डेट अनाउंस हो गया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा बताया गया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे कक्षा, गेट और बरामदा में भी लगाए जाएंगे, जिससे परीक्षा कदाचार मुक्त हो सके। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि कई बार प्रिंसिपल और परीक्षा की लापरवाही के कारण परीक्षार्थी को दोष ठहरा दिया जाता है और परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाता है। लेकिन वास्तव में प्रिंसिपल और परीक्षक की ही गलती होती है।
  

बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट छात्र की जिंदगी बदल गई, सिस्टम के लापरवाही के कारण                            

मैं 2020 बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा की बात कर रहा हूं जहां पर एक छात्र को पेपर चोरी का आरोप लगाकर, परीक्षा से निकाल दिया और 3 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया।
                                     दरअसल, हुआ यूं कि छात्र ने पहला एग्जाम फिजिक्स का दिया था और अगले दिन जब वह केमिस्ट्री के एग्जाम देने पहुंच तो वहां कुछ छात्रों ने कहा कि यह किसका एग्जाम कॉपी है। वहां पर एक छात्र ने कहा कि मेरा यह कॉपी है तो वहां कुछ छात्रों ने कहा कि जाओ और प्रिंसिपल ऑफिस में कॉपी जमा कर दो, नहीं तो रिजल्ट पेंडिंग हो जाएगा। वह छात्र भागता– भागता प्रिंसिपल ऑफिस में पहुंचा। उसने जैसे ही प्रिंसिपल को एग्जाम कॉपी दी तो प्रिंसिपल ने आरोप लगाया कि तुम exam की कॉपी  घर से लेकर आ रहे हो, तुम्हारा अब एग्जाम नहीं होगा। वह छात्र बोला– सर, वहां पर सभी छात्रों से पूछ लीजिए कॉपी बरामदा में गिरा हुआ था, मैं बरामदा से कॉपी लेकर आ रहा हूं। प्रिंसिपल ने कहा – तुम झूठ बोल रहे हो जाओ यहां से अब तुम्हारा एग्जाम नहीं होगा। छात्र बोला– ऐसे कैसे सर, एग्जाम नहीं होगा मैं एग्जाम दूंगा। प्रिंसिपल बोला– जाओ नहीं तो पुलिस तुम्हें जेल ले जाएगी। छात्र बोला– ऐसे कैसे सर, जब मैंने कहा कि कॉपी मैंने घर से नहीं लाई तो पुलिस गिरफ्तार कैसे कर सकती है। प्रिंसिपल ने कहा–  कुछ ही देर मजिस्ट्रेट आने वाला है, जाओ यहां से भाग जाओ। छात्र बोला– जिसे बुलाना है बुला लीजिए, मजिस्ट्रेट आए या BSEB के चेयरमैन आए, किसी से नहीं डरता। छात्र ने कहा–सभी छात्रों से पूछ लो मैंने कॉपी घर से नहीं लाई। लेकिन वहां पर अन्य छात्रों ने उस छात्र का साथ नहीं दिया। बेचारा सिस्टम का मारा था और आखिरकार उसे पुलिस जेल ले गई। वह छात्र 7 दिन तक जेल रहा और 3 साल तक उसे बिहार बोर्ड के द्वारा सस्पेंड कर दिया गया। वह छात्र चिल्ला चिल्ला कर बोला– सर सीसीटीवी फोटोस दिखाइए। उस प्रिंसपल ने कहा– सीसीटीवी फुटेज नहीं लगी है।
पता नहीं क्या हुआ होगा वहां पर,क्या प्रिंसिपल ने सीसीटीवी कैमरे निकाल लिया या सीसीटीवी कैमरा बरामदे में लगा ही नहीं था। अगर नहीं लगा तो उस प्रिंसिपल पर बिहार बोर्ड द्वारा करवाई होनी चाहिए। एक छात्र देश का भविष्य होता है।
छात्र ने ये भी बताया प्रिंसिपल ने उससे कहा कि तुम्हारा तो एक साल ही बर्बाद होगा, मेरी तो नौकरी चली जायेगी। छात्र गरीब परिवार से था इसी कारण छात्र के पिता को प्रिंसिपल ने ₹1000  दिया ताकि छात्र को मदद हो सके, जेल से बाहर निकलने में। प्रिंसिपल ने छात्र के पिता को एक तरह से घुस दे दिया ताकि उसपर कोई केस न कर सके और नौकरी न जाए।                                                             –(पीड़ित छात्र का बयान)
दोस्तों, आपको पता चल गया होगा कि एग्जाम में सीसीटीवी फुटेज लगाना कितना अनिवार्य है। याद रखें अगर आप जहां  भी एग्जाम देते हैं, वहां पर सीसीटीवी कैमरा ना हो तो इसकी शिकायत DEO के पास करें ,नहीं तो आप भी सिस्टम के मारे जाओगे।
 “सतर्क छात्र, सुरक्षित छात्र”
दोस्तों, इस पोस्ट को हर उस परीक्षार्थी तक शेयर करें, जो बिहार बोर्ड एग्जाम देने वाले हैं।

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One Reply to “बिहार बोर्ड छात्रों के लिए एक जरूरी सूचना। सभी छात्र एग्जाम देने से पहले, इस बात का खयाल जरूर रखे।

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